Adani Group: एक संक्षिप्त परिचय
Adani Group: भारत का एक प्रमुख उद्योग समूह है, जिसका गठन Gautam Adani ने 1988 में किया था। यह समूह पोर्ट्स, ऊर्जा, खनन, कृषि, और अन्य विभिन्न क्षेत्रों में काम करता है। अदाणी पोर्ट्स, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी पावर, और अदाणी ट्रांसमिशन जैसी कंपनियाँ इसके प्रमुख कारोबार हैं। गौतम अदाणी का नाम भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों में शामिल है, और उनकी कंपनियों ने विभिन्न निवेशकों का ध्यान आकर्षित किया है।
हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में अदाणी समूह का कारोबार काफी बढ़ा है, लेकिन 2023 के अंत और 2024 की शुरुआत में इसके शेयरों में अचानक गिरावट आई। इस गिरावट ने एक बार फिर से कई सवालों को जन्म दिया है, खासकर उन कारणों को लेकर जिनकी वजह से ये कंपनियाँ पहले इतनी तेजी से बढ़ी थीं।
Adani Group पर America में लगे आरोपों का विवरण (Nov 2024):
1. भ्रष्टाचार और रिश्वत के आरोप:
अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) और न्यूयॉर्क के ईस्टर्न डिस्ट्रिक्ट के अभियोजक कार्यालय ने अडानी समूह के खिलाफ जांच शुरू की है। आरोप है कि समूह ने भारत में ऊर्जा परियोजनाओं के लिए सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी हो सकती है।अडानी समूह और Azure Power Global, एक अन्य भारतीय ऊर्जा कंपनी, की जांच चल रही है।
2. हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोप:
2023 में, अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी समूह पर वित्तीय धोखाधड़ी, स्टॉक मैनिपुलेशन और टैक्स हैवन के गलत इस्तेमाल के आरोप लगाए थे।इन आरोपों के बाद समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई, जिससे लगभग $111 बिलियन का नुकसान हुआ। हालांकि, समूह ने सभी आरोपों को “झूठे और दुर्भावनापूर्ण” कहा।
3. अमेरिकी कानून के तहत जांच:
यह जांच अमेरिकी विदेशी भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम (FCPA) के तहत हो रही है, जो अमेरिकी निवेशकों या अमेरिकी बाजार से जुड़े संस्थानों द्वारा विदेशी अधिकारियों को रिश्वत देने को अवैध मानता है।अगर आरोप सही पाए गए, तो अडानी समूह पर भारी जुर्माना लग सकता है या कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
4. अडानी समूह का पक्ष:
समूह का कहना है कि उन्हें किसी जांच की जानकारी नहीं है और उन्होंने सभी भ्रष्टाचार विरोधी कानूनों का पालन किया है।गौतम अडानी ने हिंडनबर्ग के आरोपों को “मिथ्या और दुर्भावनापूर्ण अभियान” बताया था।
5. कानूनी और निवेशकों का प्रभाव:
अडानी समूह के खिलाफ इन आरोपों ने अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के बीच चिंता बढ़ा दी है।
भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने 2024 में एक अन्य जांच को विशेष जांच दल (SIT) में स्थानांतरित करने से इनकार कर दिया था और भारतीय बाजार नियामक SEBI को जांच पूरी करने का आदेश दिया था।
Adani Group: की स्थिति और भविष्य
अदाणी समूह के शेयरों में गिरावट ने न केवल निवेशकों को नुकसान पहुँचाया, बल्कि यह समूह के भविष्य के लिए भी चिंताजनक संकेत हो सकता है। हालांकि, अदाणी समूह ने अपने वित्तीय स्थिति को स्थिर करने के लिए कुछ कदम उठाए हैं। जैसे कि कुछ परियोजनाओं को स्थगित करना, अपने कर्ज के स्तर को कम करने के लिए नए वित्तीय साधनों का उपयोग करना और पूंजी जुटाने के नए रास्ते तलाशना। इसके अलावा, अदाणी समूह के अधिकारियों का दावा है कि वे सभी आरोपों का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं और बाजार में अपनी स्थिति को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
लेकिन, इस गिरावट के बीच, निवेशकों के लिए एक बड़ा सवाल यह है कि क्या अदाणी समूह फिर से अपनी खोई हुई चमक वापस पा सकेगा? यह सवाल केवल अदाणी समूह के भविष्य पर ही नहीं, बल्कि भारतीय शेयर बाजार और वैश्विक निवेशकों की धारणा पर भी प्रभाव डाल सकता है।
Adani Group के शेयरों में गिरावट: कारण और प्रभाव
अदाणी समूह, जो भारत के सबसे बड़े और सबसे प्रमुख व्यापारिक समूहों में से एक है, हाल ही में अपने शेयरों की भारी गिरावट के कारण चर्चा में है। समूह के शेयरों में आई असामान्य गिरावट ने निवेशकों, विश्लेषकों और बाजार के अन्य प्रतिभागियों को चौंका दिया है। यह लेख अदाणी समूह के शेयरों में गिरावट के कारणों, प्रभावों और संभावित भविष्य के बारे में संक्षिप्त जानकारी प्रदान करेगा।