Russia Energy War: रूस के हमलों से यूक्रेन की ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमीर Zelenskyy ने रूस के द्वारा यूक्रेन की ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर पर किए गए हालिया हमलों की कड़ी निंदा की है, इसे “रूसी आतंकवादी तरीकों का एक घिनौना विस्तार” बताया। Zelenskyy ने कहा कि यह हमला सीविलियनों (नागरिकों) पर सीधा हमला था। रातों-रात हुए इस हमले में यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्र, जैसे लवीव, रिवने और वोलिन, के 1 मिलियन से ज्यादा लोग अंधेरे में डूब गए। इन हमलों ने पूरे देश के 14 क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति को प्रभावित किया, विशेष रूप से पश्चिमी क्षेत्रों में। इसके कारण यूक्रेन के लोग पहले से जारी युद्ध और सर्दियों के मुश्किल हालात में और भी ज्यादा परेशान हो गए हैं।
रूस ने रातभर एयरस्ट्राइक के दौरान क्लस्टर मुनिशन का भी इस्तेमाल किया, जो यूक्रेनी अधिकारियों के मुताबिक एक और गंभीर कदम है, क्योंकि यह हमला बिना किसी भेदभाव के किया जाता है। जेलेंस्की ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया में कहा कि रूस के “ब्लैकमेल” के खिलाफ यूक्रेन के पश्चिमी सहयोगियों को तुरंत और मजबूत कदम उठाने चाहिए।
Russia Ukraine War: बचाव और बढ़ते खतरे
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर Putin ने इन हमलों का बचाव करते हुए कहा कि यह यूक्रेन द्वारा रूस की सीमाओं पर किए गए मिसाइल हमलों का जवाब था, और इन हमलों को पश्चिमी देशों के द्वारा यूक्रेन को मिलने वाली मदद से जोड़ा। कजाकिस्तान में एक सुरक्षा सम्मेलन में Putin ने कहा कि वह Ukraine की राजधानी कीव को Oreshnik missile से हमला कर सकते हैं। यह मिसाइल एक मध्य-सीमा दूरी की मिसाइल है, जिसका दावा है कि वह एंटी-एयर मिसाइल सिस्टम से बच सकती है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्याक ने पुतिन के इस दावे को “काल्पनिक” बताया। उनका कहना था कि Oreshnik missile दरअसल रूस की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का हल्का रूप है, और जैसे रूस के किझहाल मिसाइल को यूक्रेन की एयर डिफेंस ने पहले ही नष्ट कर दिया था, वैसे ही इसे भी गिराया जा सकता है।
Putin की धमकियों का जवाब देते हुए, पोलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री डोनाल्ड तस्क ने इसे रूस की कमजोरी का संकेत बताया और कहा कि पश्चिमी देशों का समर्थन यूक्रेन के लिए मजबूत बना रहेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी एक बयान में यूक्रेन को जारी समर्थन की महत्वता पर जोर दिया, और कहा कि रूस की आक्रामकता के खिलाफ यूक्रेन को समर्थन देना अब पहले से कहीं ज्यादा जरूरी है।
अमेरिका में बदलती राजनीति
यूक्रेन के लिए बाइडन प्रशासन का समर्थन ऐसे समय में आ रहा है जब अमेरिका में राजनीतिक असमंजस की स्थिति है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में लौटने की संभावना से यह मामला और भी जटिल हो गया है। ट्रंप द्वारा यूक्रेन और रूस के लिए रिटायर्ड अमेरिकी जनरल कीथ केलीग को विशेष दूत बनाने का प्रस्ताव राजनीतिक बहस का कारण बन गया है। केलीग द्वारा लिखे गए एक नीति दस्तावेज़ में यह कहा गया है कि यदि यूक्रेन शांति वार्ता में नहीं आता है, तो पश्चिमी देशों को यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति रोक देनी चाहिए। वहीं, यदि रूस शांति वार्ता में भाग नहीं लेता, तो यूक्रेन को और अधिक हथियार भेजे जाने चाहिए।
जॉर्जिया में विरोध और राजनीतिक तनाव
इस बीच, जॉर्जिया में सरकार द्वारा यूरोपीय संघ की सदस्यता की मांग को टालने के विरोध में भारी प्रदर्शन हो रहे हैं। राजधानी त्बिलिसी और अन्य शहरों में हजारों लोग विरोध कर रहे हैं, और पुलिस ने पानी की तोप और आंसू गैस का इस्तेमाल किया है। जॉर्जिया के पश्चिमी-समर्थक विपक्षी दलों ने हाल ही में हुए चुनावों को धोखाधड़ी बताते हुए इसके परिणामों को चुनौती दी है। यूरोपीय संघ और अमेरिका ने भी चुनाव में गड़बड़ी की जांच करने की मांग की है, जिससे जॉर्जिया के आंतरिक राजनीतिक संकट में और बढ़ोतरी हुई है।
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